इस्लाम को छोड़कर सनातन धर्म अपनाने का मामला इंडिया में बढ़ता जा रहा है ! लेकिन खाशकर मुस्लिम बहने हिन्दू लड़के से शादी कर सनातन धर्म अपना रही है ! लेकिन सवाल यहाँ पर ये है की पहले भी लोग इस्लाम से हिन्दू धर्म को अपनाते थे लेकिन अब मुस्लिम लड़कियों और महिलाओ की सनातन धर्म अपनाने की संख्या क्यों बढ़ गयी ! इस लेख में हम इसे ही जानने की कोशिश करेंगे ! Why Are Muslim Women Adopting Sanatan Dharma ?
देखिये मुस्लिम बहनो का हिन्दू धर्म अपनाने का एक नहीं बहुत से कारण है इसमें सबसे बड़ा कारण है Security : Security Means चलते फिरते रोड पर की Security की बात नहीं कर रहा हूँ बात कर रहा हूँ Internal Security की ! अब एक Simple सी बात है की पुरे वर्ल्ड में कितनी औरते होंगी जो ये सोचती होंगी की मेरा पति मेरी सौतन लेकर आये ! कितनी औरते सोचती होंगी की मेरा पति हो तो मेरे साथ लेकिन वो सोचता हो हुर्रो के बारे में ! और हुर्रो की ख्वाहिस इस कदर की उसके लिए कुछ भी करने को तैयार हो ! अब आप सोचिये कितनी औरते ऐसा सोचती होंगी शायद एक भी नहीं , ! कहने का मतलब ये है की मुस्लिम महिलाये भी हिन्दू धरम के जैसा शादी चाहती है सात जन्मो का ! हिन्दू धर्म में ऐसा नहीं होता की पत्नी के होते दुसरो के बारे में सोचे और ऐसा नहीं है की हिन्दुओ में ऐसे लोग नहीं है लेकिन वो कम से कम सिर्फ सोचते है खुलेआम TV पर और चौक चौराहे पर खुलेआम 72 हुर्रो के बारे में नहीं कहता ! कुछ ऐसा वैसा हरकत नहीं करता है !
अभी Current Situation ऐसा है की दुनिया की हर एक मुस्लिम महिलाये इन सब चीजों को ठुकरा रही है वो भी चाहती है की मेरा Husband सिर्फ मेरा हो किसी और के बारे में सोचे भी ना ! और ऐसा होता है सनातन धर्म में So मुस्लिम महिलाये हिन्दू धर्म अपना रही है !
सदियों से, Islamic scholars ने कहा है कि मुस्लिम महिलाओं को अपने बाल ढकने चाहिए। लेकिन Current Situation ये है कई मुस्लिम महिलाएं ऐसा नहीं करतीं है, नहीं करना चाहती है।
प्यू रिसर्च सेंटर के According अमेरिका में लगभग 10 लाख मुस्लिम महिलाएँ हैं उनमें से सिर्फ 43 % हर समय हेडस्कार्फ़ पहनते हैं But 57% नहीं पहनती है। Survey में पाया गया कि लगभग 48% या कहे पाँच लाख महिलाएँ तो अपने बाल भी नहीं ढकतीं। NPR के Report के According जिन महिलाओं ने अपने Face Cover किये है और जिन महिलाओं ने कभी ऐसा नहीं किया है उनके बीच भेदभाव दशकों से किया जा रहा है, जो वह नहीं चाहती है,और इसीलिए अब महिलाओं की Current Generation हेडस्कार्फ़ या हिजाब उतार रही है। वो भी खुलकर दिखना चाहती है
27 साल की रस्मिएह अब्देलनबी, शिकागो के Southwest की ब्रिजव्यू, इलिनोइस में एक इस्लामिक स्कूल में पढ़ते हुए बड़ी हुई। यह एक ऐसी जगह है जहां ज्यादातर मुस्लिम महिलाएं हिजाब पहनती हैं।
अब्देलनबी कहती है की 14 सालो तक अब्देलनबी उनमें से एक थी जो नकाब पहनती थी। लेकिन कॉलेज से स्नातक होने के बाद उन्होंने अपना हिजाब उतार दिया। अब्देलनबी कहती हैं, “मैं उस तरह की हूं की अगर किसी कमरे में Enter करू तो कोई Notice ना करे But “जब हम हिजाब पहनते हैं और किसी एक कमरे में जाते हैं, तो हर हमें आपको नोटिस करता है; हर कोई आपको घूरता है; हर कोई मेरे बारे में Assumptions बनाता है। जो वो नहीं चाहती है !
उनका कहना है की नकाब एक Com को Represent करता है, हमें देखकर लोग Identify कर लेते है की मैं किस Com से हूँ ! So वो चाहती है की कही भी किसी भी कोने में जाऊं कोई देखकर घूरे नहीं ,वो खुलेआम घूमना चाहती है ! और Current में यही चीजे सारे मुस्लिम महिलाओ में है ! और सच में देखे तो बिच बिच में बुर्के को Ban करने की आवाज उठती है क्योकि, क्योकि की बुर्के में कोई नहीं जानता की कौन है ! और बहुत सारे जगहों पर बुर्के के आड़ में Crimes भी हुए है , बहुत सारे ऐसे जगह है जहाँ आप बुर्के में Enter नहीं कर सकते , अब अगर आपको बुर्के में देखकर Airport पर बुरका हटाने को कहा जाता है तो कैसा feal होता है ! जबकि ये Security Purpose से किया जाता है की आप बुरका में चेहरे को ढके हुए Airport में Enter नहीं कर सकते ! किसी भी Sensetive जगह में बुर्के में नहीं जा सकते !
But इस सोच के Freedom मिलती है हिन्दू धर्म में So मुस्लिम महिलाये हिन्दू धर्म अपना रही है ! Why Are Muslim Women Adopting Sanatan Dharma ?
अब एक सवाल का जबाब दो इस दुनिया में कितने लोग होंगे जो चाहते होंगे की उनके बहन को तलाक दे दिया जाये ,कितने बेटे होंगे जो ये चाहते होंगे की उनकी माँ को तलाक देकर घर से बहार कर दिया जाये ! शायद एक भी नहीं लेकिन इसमें कुछ लोगो का जबाब आ सकता है की हमारे यहाँ तलाक के बाद Compensation दिया जाता है ! तो अब फिर से एक बार सोचो की कितने % लोग होंगे जो चाहते होंगे की उनकी बहन की शादी हो जवानी में और 10 साल बाद या 20 सालो बाद जवानी के बाद वाले दौर में उनको Compensation देकर घर से अलविदा कह दिया जाये ! शायद 0 % लोग ऐसे होंगे जो ऐसा सोचते होंगे !
So Current मुस्लिम महिलाये इनसब चीजों से ऊपर उठना चाहती है वो नहीं चाहती है की उनके साथ या उनके किसी Family Member के साथ तीन तलाक वाली घटना हो ! अब आप कहोगे की भारत में तो तीन तलाक Ban है ! लेकिन India में Triple तलाक Ban के बाबजूद तीन तलाक की घटनाये हो रही है और यही बजह है की इस तरह की प्रथाओं से पूरी तरह से मुक्त होने के लिए मुस्लिम महिलाये हिन्दू धर्म अपना रही है ! क्योकि हिन्दू धर्म में तलाक नहीं लिया जाता है काम से 99 % शादीओ में , जीवन भर का साथ होता है अगर 1 % Cases को नजरअंदाज करें तो ! वही अगर मुस्लिम धर्म में कहे तो इसकी % बहुत ही ज्यादा है, इतना जयादा की Indian Government को इसे Ban करने के लिए कानून पास करना पड़ा !
अब देखिये महारष्ट्र में Convertion के मामले बहुत बढे है ! RTI के एक Report के According नाम और Date of Birth के साथ साथ धर्म बदलने वालों की संख्या बढ़ी है जिसमें 87 प्रतिशत मुस्लिमों ने हिंदू धर्म Accept किया है। हिन्दू से मुस्लिम बनने का Report भी तकरीबन 69 प्रतिशत है, लेकिन मुस्लिम से हिंदू बनने वाले 87 प्रतिशत है। मुस्लिमों में total 263 लोगों ने धर्म परिवर्तन किया है जिसमें से 228 लोग हिंदू बने 12 बौद्ध, 21 ईसाई और दो जैन भी बने हैं। मुसलमानों के अलावा दूसरे धर्मों में भी परिवर्तन हुआ है। Report के According 165 ईसाईयों ने भी अपना धर्म बदला हैं। ईसाईयों में सबसे अधिक 100 लोग हिंदू बने हैं। वहीं, 11 बौद्ध, 5 जैन, 47 मुस्लिम और दो जैन बन गए हैं।
इन सब के बाद Education और Development भी बड़ा कारण है Convertion का ! 13 जून 2023 को, नेशनल टेस्ट एजेंसी ने NEET पास करने वाले Top 50 Students की List जारी की। उत्तर प्रदेश के कानपुर की बरीरा अली Top 50 में एकमात्र मुस्लिम Candidate थी।वही 2020 में NEET के Top 50 में चार मुस्लिम Candidate थे ! यानि Education का Level Muslimo में गिरा है !
National Level की दूसरी Exams में भी मुस्लिम Student पीछे हैं। UPSC 2022 में Pass होने वाले 993 Candidates में से सिर्फ 29 मुस्लिम थे। पिछले सात सालो में, UPSC के लिए Qualified करने वाले मुस्लिम Candidtes का Highest Persantage 2019 में 5.30% था। भारत में दूसरी सबसे बड़ी Population होने के बावजूद, National Exam में मुसलमानों की Percentage ये Show करती है की मुस्लिमो में Education की Level क्या है.
Ministry of Education की Higher education पर All India Survey Report, 2021 के According, higher education institutions में मुसलमानों का Enrollment दूसरे Social Groups की तुलना में कम है। मुसलमानो का Enrollment 4.6% है जबकि OBC 35.8% , SC 14.2%, और ST का Percentage 5.8% है ! Meaning is that मुस्लिमो की Education Level सबसे निचे है.
Report में यह भी कहा गया कि चार मुस्लिम बच्चों में से एक या तो कभी स्कूल नहीं गया या उसने पढ़ाई छोड़ दी है। उच्च जाति के हिंदू परिवारों में 62% बच्चे प्राथमिक शिक्षा पूरी करते हैं, जबकि मुसलमानों में यह 44% है। आप बगल के देख पाकिस्तान चले जाइये जो बना ही इस्लाम के नाम पर, उसकी हालत क्या है किसी से छुपी नहीं हैं.
अब अगला कारण है सनातन धर्म और भारत की पूरी दुनिया में Popularity ! अब देखिये जो देश Islamic हो और वो भारत के प्रधानमंत्री को कहे की आप जितने जमीं पर हाथ रखोगे वहां मंदिर बनवा देंगे , जो देश इस्लाम से चलता हो वहां हिन्दू मूल का प्रधानमंत्री वहां मंदिर का Inogration करे और दूसरी तरफ Pakistan जो इस दुनिया का सबसे बड़ा Islamic Country है वहा के लोगो को Viza न मिले , Airport पर नंगा कर तलासी लिया जाये , किसी देश से पकिस्तानिओ को पिट पिट कर भगाया जाये, पाकिस्तान के लोग जो अपने आपको कट्टर ईमादार मुस्लमान कहते है वो जब ये Accept करने लगे की हमारे पूर्वज तो हिन्दू थे , तो कही ना कही सारे मुस्लमान ये सोचने पर मजबूर हो रहे है की अगर हमारे पूर्वज हिन्दू थे और हिन्दू धर्म में वापसी करने से, हमें भी वो सब सारी चीजों से छुटकारा मिल सकती है जिससे उन्हें परेशानी होती है तो वो सनातन धर्म अपनाएंगे ही.
कुल मिला कर देखें तो जैसे जैसे Muslim Community Educate हो रही है वो इस सब चीजों को समझ रही है Feel कर रही है और सनातन धर्म अपना रही है ! इसके बाद भी अगर आपको कोई कारण समझ आती हो Comment Section में लिख देना ! धन्यबाद.
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